आज कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को होने वाली गोर्वधन पूजा (Govardhan Puja) का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। आद रे दिन गोवर्धन पर्वत (Govardhan Parvat) के साथ पशुधन की पूजा की जाती है। ये पूजा ब्रजवासियों ने भगवान कृष्ण के कहने पर शुरू की थी। कहा जाता है कि भगवान ने ब्रजवासियों को इंद्र की पूजा करने बजाय गोवर्धन पर्वत की पूजा करने को कहा था, क्योंकि वहां से ही पूरे ब्रज की गाय को चारा मिलता था। इस दिन लोग गाय बैल को स्नान कराकर उन्हें सजाते हैं। गाय और बैलों को गुड़ और चावल मिलाकर खिलाया जाता है। गोवर्धन की पूजा कर लोग प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। इस दिन भगवान कृष्ण को अन्नकूट (Annakut Puja) का भोग भी लगाते हैं।