
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर भारी हिंसा हुई थी (Violence on Republic Day in Delhi)। इसके बाद पुलिस ने दो आरोपियों दीप सिद्धू और इकबाल सिंह (Deep Sidhu and Iqbal Singh) को गिरफ्तार कर लिया था। इन्होंने कैसे इस काम को अंजाम दिया, इसको जानने के लिए आज क्राइम ब्रांच की टीम इन दोनों आरोपियों को लाल किले पर लेकर आई है (Crime branch reached Red Fort)। यहां इन दोनों से पूरी घटना को एक बार फिर से दोहराने के लिए कहा जाएगा, ताकि असलियत पता चल सके।
पुलिस के अनुसार, दीप सिद्धू ने पूछताछ में बताया है कि वह किसी भी कट्टरपंथी संगठन से तो नहीं जुड़ा है, पर उसकी सोच तोड़फोड़ करने वाली विचारधारा से जुड़ी है। उस समय हिंसा के दौरान वह भी भावुक हो गया था और किसानों के साथ जुड़ गया था। दीप सिद्धू ने बताया कि जब वह विरोध स्थलों पर जाता था तो युवा बड़ी संख्या में उसका समर्थन करते थे। 26 जनवरी से कुछ दिन पहले ही उसने अपने समर्थकों के साथ ट्रैक्टर रैली के लिए निर्धारित मार्ग को तोड़ने का फैसला किया था। दीप सिद्धू ने ही पहले लाल किला और बाद में इंडिया गेट तक पहुंचने की साजिश रची थी।
पता चला है कि कोरोना लॉकडाउन की वजह से जब दीप सिद्धू को कोई काम नहीं मिला तो वह पंजाब में शुरू हुए किसान आंदोलन के साथ जुड़ गया था। बाद में वह दिल्ली में भी किसानों के साथ आंदोलन करने पहुंच गया।