किसान आंदोलन को तेज करने के लिए दूसरे राज्यों में महापंचायत

नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन (Farmers movement) को चलते हुए एक लंबा समय हो गया है। इसका कोई समाधान नहीं निकलते देख अब किसान आंदोलन को और तेज करने की तैयारी की जा रही है। संयुक्त किसान मोर्चा ने फैसला किया है कि अब देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, ताकि हर राज्य के किसान इस आंदोलन से जुड़ सकें।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल ने बताया कि किसान देश के अलग-अलग राज्यों में महापंचायत करने जा रहे हैं (Mahapanchayat in different states)। सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में 12 फरवरी को, उसके बाद हरियाणा के बहादुरगढ़ में 13 फरवरी को, फिर राजस्थान के श्रीगंगानगर में 18 फरवरी, हनुमानगढ़ में 19 फरवरी और सीकर में 23 फरवरी को इन महापंचायतों का आयोजन किया जाएगा।

किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापिस नहीं ले लेती, तब तक किसान आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। इसके बदले नया एमएसपी कानून बनना चाहिए। वहीं किसानों ने 18 फरवरी को पूरे देश में रेल रोको अभियान चलाने का भी ऐलान कर रखा है।