
26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया था। किसानों को हटाने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है (Police deployed at Ghazipur border)। इस बीच एक बार फिर से किसान दिल्ली की ओर बढ़ने लग गए हैं (Farmers again moving to Delhi), जिससे टकराव की स्थिति बन गई है।
एक बार फिर से किसान आंदोलन जोर पकड़ने लगा है। कल किसान नेता राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर की तरफ निकल पड़े हैं।इस बीच राकेश टिकैत ने कहा, ”यह पूरा घटनाक्रम किसानों के साथ बड़ी साजिश है। किसानों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं। हमें जो नोटिस मिला है उसका भी जवाब देंगे। आंदोलन चलता रहेगा, इसके लिए आज पूरे देश में महापंचायत हो रही है।”
इस बीच केंद्र सरकार ने गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस बल की तैनाती का समय बढ़ा दिया है। पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स की चार कंपनियों को पहले 28 जनवरी तक तैनात किया गया था, लेकिन अब 4 फरवरी तक उन्हें रुकने के लिए कहा गया है।