
कोरोना महामारी के चलते इस साल देशभर में लंबे समय के लिए लॉकडाउन लगाया गया था। इस दौरान बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Bollywood Actor Sonu Sood) ने फिल्मों से हटकर अपनी एक अलग छवि लोगों के बीच बनाई। सोनू ने लॉकडाउन के समय देश के अलग-अलग हिस्से में फंसे प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने में मदद की। इसी वजह से लोगों ने सोनू को एक मसीहा के रूप में देखना शुरू कर दिया। कई जगहों पर सोनू की मूर्तियां लगाकर उन्हें पूजा भी गया। ये सब देख सोनू काफी भावुक भी हुए, लेकिन उन्होंने हर बार यही कहा कि उन्होंने सिर्फ अपना फर्ज निभाया। उन्होंने हमेशा कहा कि वह कोई भगवान नहीं है और अब इसी पर उनकी एक किताब भी आई है, जिसका नाम है ‘आई एम नो मसीहा’ (Book on him ‘I Am No Messiah’) । सोनू ने इस किताब की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा कर दी है। सोनू की यह किताब हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। इस किताब में अभिनेता ने लॉकडाउन के दौरान के कठिन वक्त के बारे में बताया है। लोगों से अपनी दुआएं बनाए रखने की अपील भी की है। सोनू ने बताया है कि उन्हें लोगों की मदद करने से एक खास सुकून मिलता है। बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने कभी नहीं सोचा था कि किसी दिन उनके बारे में कोई किताब भी लिखी जाएगी। अभिनेता ने कहा कि वह अपनी मां को याद कर रहे हैं।