धरने पर बैठे एक किसान की मौत

नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 12 दिनों से किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस सर्दी के मौसम में ये किसान खुले में सोने को मजबूर हैं। ऐसे ही सर्दी में सो रहे (Sleeping in winter) एक किसान की मौत हो गई है (Death of one farmer)। यह घटना दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों के बीच हुई। सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर टीडीआई सिटी के सामने धरना देकर बैठे हुए एक किसान ने कल रात को खाना खाया, इसके बाद वह वहीं सो गया। सुबह जब वह नहीं जागा, तो दूसरे लोगों ने उसे उठाने की कोशिश की। तब पता लगा कि उसकी तो मौत हो गई है। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

मृतक की पहचान 32 वर्षीय अजय के रूप में हुई है, जो सोनीपत के बरोदा का रहने वाला था। पता चला है कि वह ठेके पर जमीन की खेती का काम करता था। परिजनों के अनुसार अजय की मौत सर्दी की वजह से हुई है। किसान आंदोलन में यह पहली ऐसी घटना है कि धरने पर बैठे किसी किसान की मौत हुई हो।