भारत बनेगा वैश्विक आर्थिक विकास का इंजन

भारत में कल एक गोलमेज निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया गया (Round the Table Investor Conference)। कोरोना की वजह से इस आभासी सम्मेलन (Virtual Conference) को वित्त मंत्रालय और राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष द्वारा आयोजित किया गया। इसमें अमेरिका, यूरोप, कनाडा, कोरिया, जापान, पश्चिम एशिया, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के निवेशकों ने भाग लिया।

इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा (PM Narendra Modi address the conference) कि भारत को वैश्विक आर्थिक विकास का इंजन बनाने के लिए जो कुछ भी करना पड़ेगा, हमें करेंगे। अगर कारपोरेट करों की बात की जाए तो भारत में इसकी दर, दूसरे देशों के मुकाबले काफी कम है। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि भारत उनके लिए निवेश के लिहाज से एक सही जगह है, जहां पर पूर्ण लोकतंत्र है। भारत की आर्थिक वृद्धि में वैश्विक आर्थिक स्थिति को दोबारा से खड़ा करने की ताकत है। भारत जो भी महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करता है, उसका असर पूरे विश्व पर पड़ता है।

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में भारत ने एक बड़ी लड़ाई लड़ी है। हमने कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए भी काफी बड़े कदम उठाए हैं। आपको भारत में हर तरह के बाजार मिल जाएंगे, जो अलग तरह के आकार और पसंद के हो सकते हैं। यहां पर स्थिरता तथा पर्याप्त पर्यावरण सुरक्षा मौजूद है।