
आज परम एकादशी (Param Ekadashi) है। इस एकादशी को पुरुषोत्तम एकादशी तथा हरिवल्लभा एकादशी (Purushottam Ekadashi and Harivallabha Ekadashi) नाम से भी जाना जाता है। इस एकादशी का भारतीय शास्त्रों (Indian scriptures) में अत्यधिक महत्व बताया गया है। यह एकादशी अधिक मास के कृष्ण पक्ष में आती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस एकादशी पर व्रत रखने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और इसके साथ ही दुर्लभ सिद्धियों की प्राप्ति भी होती है। इस एकादशी में स्वर्ण दान, विद्या दान, अन्न दान, भूमि दान और गौ दान करना चाहिए। इससे सभी प्रकार की मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। महाभारत काल में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को परम एकादशी व्रत का महत्व बताया था। श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था कि एकादशी का व्रत सभी व्रतों में श्रेष्ठ है। यह व्रत मोक्ष प्रदान करता है और सभी प्रकार के पापों से मुक्ति दिलाता है।