
गुरु गोविन्द दोऊ खड़े काको लागूं पायं।
बलिहारी गुरु आपने जिन गोविन्द दियो बताय।।
जी हाँ, आज गुरु पूर्णिमा है (Guru Poornima)। हर वर्ष आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा के दिन इसे मनाया जाता है। इस दिन शिष्यों को अपने गुरु की पूजा करनी चाहिए (Worship to Guru)। केवल गुरु ही होता है, जो अपने शिष्यों को अंधकार से निकाल कर उजाले की ओर ले जाता है। वह गुरू ही होता है, जो अपने शिष्यों को जन्मों के बंधन से मुक्त कराकर प्रभु के दर्शन करवा सकता है। इसलिए आज के दिन सभी को अपने सामर्थ्यानुसार अपने गुरू को पुष्प, वस्त्र तथा उपहार आदि भेंट करने चाहिएं। आज ही के दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म भी हुआ था, इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं।