
आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने एक डिजिटल प्रेस वार्ता की (Digital Press Conference)। उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों ने कोरोना के ख़िलाफ़ एक युद्ध छेड़ रखा है। इसे लड़ने के लिए हमारे पास 5 हथियार हैं (5 Weapons to fight with Corona)।
पहला हथियार है दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाना। अभी दिल्ली में 13,500 बिस्तर मौजूद हैं, जिनमें से 6,500 पर मरीज हैं।
दूसरा हथियार है टेस्टिंग और आइसोलेशन। जून के पहले हफ्ते में जहां रोजाना 5 हज़ार टेस्ट हो रहे थे वहीं आज 20,000 टेस्ट हो रहे हैं।
तीसरा हथियार है ऑक्सीजन और ऑक्सीमीटर। इस बीमारी में सबसे बड़ी समस्या होती है ऑक्सीजन की, जिसकी वजह से आदमी की मौत हो जाती है। सभी होम आइसोलेशन वाले मरीजों को हमने ऑक्सीमीटर भेज दिए हैं।
चौथा हथियार है प्लाजमा थेरेपी। इस मामले में दिल्ली ने पूरे देश को रास्ता दिखाया। सबसे पहले दिल्ली में ही प्लाजमा थेरेपी दी गई और 29 लोगों पर ट्रायल किया गया।
पांचवा हथियार है सर्वे और स्क्रीनिंग। आज से 20 हज़ार लोगों का सिरोलॉजिकल सर्वे कर रहे हैं जिसे पता चले कि यह कहां-कहां फैला हुआ है।
इसके केजरीवाल ने कहा कि मार्च से खासतौर से उन देशों से जहां कोरोना ज़्यादा फैला था वहां से 35,000 लोग दिल्ली आए। उनकी स्क्रीनिंग हुई और जिसको बुखार हुआ उनको अस्पतालों में भर्ती किया गया। यह सब लोग अपने घर चले गए, जिसके बाद 15 मई के आसपास से कोरोना तेज़ी से फैलने लगा। जून के महीने में उम्मीद से ज्यादा तेजी से फैलने लगा। जून के महीने में जब बेड की दिक्कत हुई तो मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा।