
आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM of Delhi Arvind Kejriwal) ने एक बड़ा ऐलान किया है। एक प्रेस वार्ता में केजरीवाल ने कहा कि अब देश की राजधानी में स्थित, दिल्ली सरकार के तथा निजी अस्पतालों (Delhi Govt. and Private Hospitals) में केवल दिल्ली वालों का ही इलाज किया जाएगा (Only patients of Delhi will be treated)। लेकिन दिल्ली में स्थित सभी केंद्र सरकार के अस्पतालों में दिल्ली से बाहर वाले लोग भी अपना इलाज करवा सकते हैं (Outsiders will be treated in Central Govt. Hospitals)। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में जनता की राय मांगी गई थी, जिसमें दिल्ली के 90% लोगों ने कहा कि जब तक कोरोना खत्म नहीं होता, तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का ही इलाज किया जाए। उन्होंने बताया कि ड़ाक्टरों की बनाई गई कमेटी ने कहा है कि जून के अंत तक दिल्ली को 15 हजार बेड की ज़रूरत होगी। ऐसे में अगर दिल्ली के अस्पताल बाहर वालों के लिए खोल दिए तो दिल्ली वालों का क्या होगा?