नवजात बच्चों में नींद की समस्या चिंताजनक

अपने नवजात बच्चे (Infants) के स्वास्थ्य के लिए माता-पिता को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। जन्म के बाद के कुछ महीने (Months after birth) बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं और इसलिए माता-पिता को अपने बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी सभी संकेतों पर नजर रखना बहुत जरूरी है। शुरुआती कुछ महीने बच्चे के विकास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव होते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि उसके विकास में कोई बाधा न आए। सोते समय सांस लेने में तकलीफ (Breathing problem) को ‘नींद अश्वसन’ (Sleep Apnoea) कहा जाता है। यह संभावित रूप से बच्चे के लिए बहुत हानिकारक स्थिति है और सही समय पर इलाज न किए जाने पर इसकी वजह से गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं। शिशुओं में नींद अश्वसन से हृदय गति धीमी हो सकती है और उनका विकास भी बाधित हो सकता है। श्वास लेने में होने वाली हल्की रुकावट को ‘हाइपोपेनेस’ (Hypopneas) कहा जाता है जबकि पूरी तरह श्वास में रुकावट आने को ‘अश्वसन’ (Apnoea) कहा जाता है। नींद अश्वसन एक गंभीर विकार है जिसके बारे में जागरूक होना आवश्यक है, क्योंकि इस स्थिति का सावधानीपूर्वक अवलोकन करने और पहचानने की आवश्यकता होती है। नींद अश्वसन एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, विशेषकर उन शिशुओं के लिए जिनका जन्म समय से पहले हुआ है। कुछ मामलों में, यह घातक भी हो सकता है। इस स्थिति में, जैसे ही बच्चा सांस लेना बंद कर देता है, रक्त में ऑक्सीजन का स्तर गिर जाता है और कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ जाता है। यह हृदय गति में गिरावट का कारण बन सकता है और इससे बच्चा बेहोश हो सकता है। तो यदि किसी बच्चे में ऐसे लक्षण देखने को मिलते हैं, तो तुरंत ड़ॉक्टर से मिलें और उचित इलाज करवांए।