
यस बैंक (YES Bank) एक जाना-माना निजी बैंक है। गुरुवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस पर कड़ा रुख अपनाया। अब इस बैंक से अधिकतम निकासी की सीमा ‘एक माह में ₹50 हजार’ (Rs. 50,000 in 1 Month) तय कर दी गई है। आरबीआई का यह आदेश अगले एक महीने तक जारी रहेगा। इसका मतलब साफ है कि इस बैंक के खाताधारक (Account Holders) अगले एक महीने तक सिर्फ 50 हजार रुपये ही अपने खाते से निकाल सकेंगे। इस खबर के बाद से ग्राहकों में डर का माहौल पैदा हो गया है। कल रात से ही बैंक के एटीएम में ग्राहकों की लाईनें लगनी शुरु हो गई हैं। आरबीआई ने बैंक पर निगरानी रखने के लिए भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व सीएफओ प्रशांत कुमार (Ex. SBI CFO Prashant Kumar) को यस बैंक का प्रशासक (Administrator) नियुक्त किया है। आरबीआई ने यह कदम बैंक की आर्थिक हालत को देखते उठाया है। दरअसल, यह बैंक काफी समय से धन नहीं जुटा पा रहा था। गुरुवार को यह भी खबर आई थी कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) यस बैंक में हिस्सेदारी खरीद सकता है। आरबीआई को 2018 में खबर लगी थी कि यस बैंक में कुछ गड़बड़ी चल रही है। इसके बाद बैंक के चेयरमैन राणा कपूर (Chairman Rana Kapoor) को उनके पद से हटा दिया था। आरबीआई ने आश्वस्त किया है कि बैंक के ग्राहकों को घबराना नहीं चाहिए क्योंकि सरकार ने एक ऐसा प्रावधान किया हुआ है कि अगर ऐसा कोई बैंक डूबता भी है तो ग्राहकों का पैसा सुरक्षित रहेगा।