
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) देश के सक्रिय शेयर बाजारों में से एक है। जनवरी में ‘उदय कोटक’ के नेतृत्व वाले ‘कोटक महिंद्रा बैंक’ (Kotak Mahindra Bank) ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ प्रमोटर (Promoter) की हिस्सेदारी पर अपना विवाद सुलझा लिया था। बुधवार को बैंक ने कहा कि 30 जनवरी 2020 को हमारी सूचना के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने 18 फरवरी 2020 के अपने पत्र के द्वारा अंतिम स्वीकृति प्रदान कर दी है, जो प्रमोटरों को कमजोर करने से संबंधित है। बैंक में हिस्सेदारी और निजी बैंकर द्वारा 1 अप्रैल 2020 से प्रमोटरों के मतदान के अधिकार को 15% तक सीमित करने के निर्णय के बाद शेयरों में लाभ हुआ। अंतिम रूप से आगे बढ़ने के बाद बैंक को अपने प्रमोटर की शेयरधारिता को रोकना होगा। छह महीने के समय में बैंक को 26% तक का फायदा हुआ है।