मुस्लिम पक्ष का दावा विफल

ऐएसआई के अनुसार 12सदीं में उस जगह मंदिर था। रिपोर्ट में कहीं भी मस्जिद का जिक्र नहीं है। मुस्लिम पक्ष अपना दावा साबित नहीं कर सके। अंग्रेजों के समय तक कोई भी नमाज़ पढ़ने का सबूत नहीं मिला है।