
1 जनवरी 2020 को भीमा कोरेगांव युद्ध की 202वीं वर्षगांठ है। सोमवार को पुणे के जिला प्रमुख ने बताया कि इस अवसर पर किसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को आयोजन में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर किसी भी तरह का विरोध करने की इजाज़त नहीं होगी। लोग सिर्फ युद्ध स्मारक जयस्तंभ पर शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।