कॉपी-पेस्ट करके पेपर बनाने और अधिक सवालों में गड़बड़ियों के आरोपों को दरकिनार करते हुए कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट (क्लैट) की कोर कमिटी ने मंगलवार को एलएलबी ऑनर्स का फर्स्ट अलॉटमेंट जारी कर दिया। परीक्षा आयोजक राम मनोहर लोहिया नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने क्लैट की वेबसाइट पर अलॉटमेंट का लिंक भी जारी किया है। पहली बार क्लैट ने ओवरऑल सिलेक्टेड लिस्ट न जारी कर पासवर्ड प्रोटेक्टेड सिलेक्टेड लिस्ट जारी की है। पासवर्ड के जरिए कैंडिडेट केवल अपना अलॉटमेंट ही देख पाएगा।
प्रक्रिया पर उठाए थे सवाल
10 मई को राम मनोहर लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी क्लैट कराए जाने के बाद से ही परीक्षा प्रबंधन विवादों में है। स्टूडेंट्स के समूह ने आरोप लगाया कि 90 फीसदी सवाल कई वेबसाइट्स से कॉपी किए गए। सवाल उठा तो इस पर अफसरों ने चुप्पी साध ली। बाद में यह भी आरोप लगा कि कॉपी किए गए सवालों में यूनिवर्सिटी की एक्सपर्ट कमिटी ने ध्यान ही नहीं दिया। सवालों के ऑर्डर तक नहीं बदले, यहां तक कि टाइपिंग की गलतियां भी एक जैसी ही रहीं। परीक्षा में पूछे गए सवाल नंबर 186 के ऑप्शंस में इसकी सीधे तौर पर पुष्टि भी हो गई। इतना ही नहीं स्टूडेंट्स के एक ग्रुप ने ओपन लेटर जारी कर यूनिवर्सिटी की प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। सिलेबस से बाहर के प्रश्न पूछने पर भी सवाल खड़े किए गए थे। कैंडिडेट्स यूनिवर्सिटी से प्रक्रिया की विधिवत जांच की मांग कर रहे थे लेकिन यूनिवर्सिटी ने इससे इंकार कर दिया।
आपत्तियों को किया दरकिनार
शिकायतों पर यूनिवर्सिटी ने एलएलबी ऑनर्स में 2 व एलएलएम प्रोग्राम के 6 सवालों को गलत पाया था जबकि स्टूडेंट्स ने खुले तौर पर अंडर ग्रैजुएट प्रोग्राम के 22 सवालों पर आपत्ति जताई थी। कुछ सवाल व्याख्यात्म टाइप के थे। हालांकि यूनिवर्सिटी ने बाकी सवालों की गलती से इंकार करते हुए आपत्तियों को खारिज करते हुए दोबारा जांच से इंकार कर दिया था। स्टूडेंट्स की आपत्ति सवालों की नकल से भी थी लेकिन इस पर भी यूनिवर्सिटी के अधिकारी अपने तर्क ही देते रहे।
अलॉटमेंट पर भी सवाल
स्टूडेंट्स ने क्लैट के फर्स्ट अलॉटमेंट पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनके मुताबिक बीते वर्षों तक यूनिवर्सिटी अलॉटमेंट की लिस्ट जारी करती थी। इससे स्पष्ट हो जाता था कि किस स्टूडेंट को कौन-सी लॉ यूनिवर्सिटी अलॉट हुई है। वहीं, उसके मार्क्स की भी जानकारी मिल जाती थी। स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि पासवर्ड प्रोटेक्टेड और व्यक्तिगत अलॉटमेंट जारी करने से पारदर्शिता का दावा नहीं किया जा सकता है। आरोप लगाया गया है कि यूनिवर्सिटी अपनी गलतियों को छुपाने के लिए ऐसे कदम उठा रही है।
ऐसे दिखेगा अलॉटमेंट
सीट अलॉटमेंट देखने के लिए कैंडिडेट को क्लैट की वेबसाइट www.clat.ac.in पर फर्स्ट सीट ऐलोकेशन लिंक पर क्लिक करना होगा। यहां पर कैंडिडेट अपनी रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी व पासवर्ड की मदद से अपने अलॉटमेंट की जानकारी देख सकते हैं।