फेमा उल्लंघन: ललित मोदी की कंपनी के खिलाफ ईडी ने जांच की तेज

Lalit-Modiनई दिल्ली :(ईडी) ने आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के खिलाफ विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में अपनी जांच तेज कर दी है जिसमें मॉरीशस की एक कंपनी से 21 करोड़ रुपये का कोष कथित तौर पर अवैध रूप से प्राप्त करना शामिल है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह मामला ललित की बताई जाने वाली एक कंपनी में कुछ साल पहले राशि लगाए जाने का है। यह कंपनी राजस्थान में है और इसका एक शाखा कार्यालय राष्ट्रीय राजधानी में है। ईडी ने इस समूह में कुछ विदेशी निवेश आने का पता चलने के बाद पिछले साल अक्तूबर में इस मामले की जांच शुरू की थी। इस समूह की बागडोर ललित के रिश्तेदारों के हाथ में थी। लेकिन सूत्रों ने बताया कि कारोबारी से क्रिकेट सम्राट बने ललित ने 2007 में अपनी पत्नी के साथ कंपनी के निदेशक बन बैठे।
सूत्रों ने बताया कि ईडी पहले ही कंपनी के कुछ कर्मचारियों के बयान दर्ज कर चुकी है जो इसमें शामिल थे, जबकि पूछताछ के लिए और कई लोगों को समन जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि एजेंसी मामले की जांच यह पता लगाने के लिए कर रही है क्या इस लेन देन में आरबीआई के दिशानिर्देशों या फेमा का उल्लंघन हुआ है। ईडी के अधिकारी जांच को आगे ले जाने के लिए इस कंपनी के और मॉरीशस स्थित कंपनी के रिकार्ड शीट और बैंक दस्तावेज को पहले से खंगाल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि जब कभी जांचकर्ताओं को उनकी मौजूदगी की जरूरत होगी तब ललित से जांच में शामिल होने को कहा जाएगा। उन्होंने बताया कि ईडी ने दिल्ली उच्च न्यायालय को इस साल के शुरुआत में बताया था कि वे फेमा कानून के तहत मामले की जांच कर रहे हैं न कि एंटी मनी लाउंड्रिंग एक्ट के आपराधिक आरोपों के तहत।