20 लाख मुस्लिमों ने शैतान को मारे पत्थर

saudभारतीयों सहित 20 लाख मुस्लिमों ने शनिवार को इस साल के हज की अंतिम बड़ी रस्म के दौरान सऊदी अरब में शैतान को पत्थर मारे। वहीं, दुनिया भर में मुस्लिम ईद उल-अजहा मना रहे हैं। शनिवार को पवित्र शहर मक्का में बड़ी मस्जिद से करीब पांच किलोमीटर दूर मिना में कंकड़ मारने की प्रतीकात्मक रस्म हुई। पत्थर मारने की रस्म के बारे में अवधारणा है कि इब्राहिम ने तीन जगहों पर शैतान को तब पत्थर मारे थे जब अल्लाह के आदेश पर अपने बेटे की कुर्बानी देने से उन्हें रोकने की कोशिश की गई थी।

 

माना जाता है कि अराफात में 14 सदी पहले पैगंबर मोहम्मद ने हज का अपना आखिरी खुत्बा दिया था। शनिवार को पत्थर फेंकने के साथ ही श्रद्धालुओं ने भेड़ों की कुर्बानी भी दी। गौरतलब है कि हज यात्रियों के जबल अराफात पहुंचने के साथ ही हज अपने शबाब पर पहुंच गया। हज यात्री पैदल, बाइक और बसों के जरिए रात भर मिना पहुंचते रहे।

 

उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में करीब 1.5 अरब मुस्लिम भेड़, बकरियों और अन्य जानवरों की कुर्बानी देने के साथ ईद उल-अजहा मना रहे हैं। सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक, इस साल हज के लिए 20 लाख से ज्यादा लोग आए जिसमें करीब 14 लाख लोग बाहर के मुल्कों से आए हैं।