निर्भया के दोषियों की अटकी फाँसी

अदालत ने निर्भया कांड के दोषियों को 22 फरवरी को फाँसी देने का फैसला दिया था, लेकिन अब यह मुमकिन नहीं लग रहा। चार दोषियों में से एक मुकेश ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दाखिल की हुई है। जब तक राष्ट्रपति इस याचिका को खारिज नहीं करते, तब तक इन चारों को फाँसी नहीं दी जा सकती। कानून के मुताबिक अगर राष्ट्रपति इसे खारिज भी कर दें, तब भी फाँसी के लिए 14 दिन का अंतर जरुरी है। इस हिसाब से इन चारों का डेथ वारंट अब निष्क्रिय होता दिख रहा है। अब 22 फरवरी को फाँसी की संभावना नामुमकिन ही दिख रही है। देश को अभी इसका और इंतजार करना पड़ सकता है।