हमारे देश में महिलाओं के लिए बहुत ज्यादा बंदिशें हैं। हालाँकि, लड़कियों व महिलाओं को अब इन बंदिशों को तोड़कर आगे आने का मौका मिल रहा है। लेकिन, आज से करीब सत्तर-अस्सी साल पहले ऐसा नहीं था। उस जमाने में महिलाओं को न तो ज्यादा आजादी थी और न ही अपनी मर्जी से काम करने की मंजूरी। ऐसे माहौल में अपने सपनों को साकार कर आकाश में उड़ने वाली पहली महिला बनीं सरला ठकराल। घरवालों के प्रोत्साहन से ठकराल ने जोधपुर फ्लाइंग क्लब में प्रशिक्षण लिया। उन्होंने अपनी पहली उड़ान 1936 में लाहौर के हवाई अड्डे पर जिप्सी मॉथ नामक दो सीटों वाले विमान से शुरू की थी। यह उस दौर का ऐतिहासिक पल था जब पहली बार किसी महिला ने विमान को उड़ाया था।