
बजट में स्वास्थय सेवाओं पर भी जोर दिया गया। आयुष्मान भारत योजना के तहत नए अस्पतालों को जोड़ा जाएगा। इसके लिए निजी क्षेत्र का सहयोग लिया जाएगा।केंद्र सरकार के इंद्रधनुष मिशन को और आगे बढ़ाया जाएगा। चिकित्सीय उपकरणों पर जो कर लगता है, उसका उपयोग चिकित्सीय सुविधाओं को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। टीबी की बीमारी को खत्म करने के लिए सरकार पूरे देश-भर में एक अभियान चलाएगी, जिसका नारा होगा ‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’। इसके तहत सन् 2025 तक भारत को टीबी से मुक्त कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के केंद्रों को भी बढ़ाया जाएगा। इन स्वास्थ्य योजनाओं के लिए लगभग 70 हजार करोड़ रुपए खर्च किे जाएंगे।