
आज तारीख है 7 नवंबर। जी हाँ, आज ही के दिन, यानि 7 नवंबर 1862 को बहादुर शाह ज़फर का निधन हुआ था। एक ऐसा नाम, जो इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज़ है, जिनको जिंदगी में कई झटके मिले और जिसका उन्होंने हमेशा डटकर सामना किया। वह एक शासक होने के साथ-साथ उर्दू के एक महान शायर भी थे। इसके साथ ही वह एक सूफ़ी दार्शनिक भी थे। उन्हें सियासत से ज्यादा सूफ़ीवाद, संगीत और शायरी में रूचि थी। आपको बता दें कि वह सन् 1837 में दिल्ली सल्तनत के बादशाह बने और 1857 का ऐतिहासिक स्वतंत्रता संग्राम भी इन्हीं के शासन काल में शुरू हुआ था। अंग्रेजों द्वारा उन्हें काला पानी की सज़ा भी सुनाई गई थी, जिसके बाद 87 साल की उम्र में उन्होंने रंगून की जेल में अपनी अंतिम सांस ली। इतिहास हमेशा उन्हें अपने सुनहरे पन्नों में याद रखेगा।