
अब पूर्व न्यायाधीश बी.एच.लोया की मौत की जाँच दोबारा नहीं की जाएगी। महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि उनसे इस मामले की फिर से जाँच करने की माँग की गई थी। लेकिन किसी ने भी इस मामले से जुड़े कोई भी सबूत अभी तक नहीं दिए हैें। पूर्व न्यायाधीश लोया सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले की जाँच कर रहे थे। 2018 में महाराष्ट्र की तत्कालीन भाजपा सरकार ने जाँच के बाद उच्चतम न्यायालय को बताया था कि पूर्व न्यायाधीश कि मौत स्वाभाविक थी, उसमें कोई षड़यंत्र नहीं था।