गंगा की अंतहीन कहानी- ‘गंगा-एन एंडलेस जर्नी’

महान लेखक चंचल कुमार घोष ने अपनी यात्रा के दौरान गंगा नदी से जुड़ी जो भी जानकारी हासिल की, उसे अपनी किताब ‘गंगा- एन एंडलेस जर्नी’ के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने की पुरजोर कोशिश की है। देश की प्राचीन नदियों में शुमार गंगा नदी एक प्रकार से भारत की आत्मा है। उत्तर में हिमालय की गोद गंगोत्री से निकलकर समुद्र में मिलने वाली 2,525 किलोमीटर लंबी यह नदी भारतीय सभ्यता का उद्गम स्थल मानी जाती है। लेखक ने इस यात्रा के अनुभवों को बड़े ही शानदार ढंग से प्रस्तुत किया है। इस यात्रा में उन्होंने कई लोगों से बातचीत की, जिनका कहना है कि गंगोत्री जैसा तीर्थ स्थल पृथ्वी पर कहीं नहीं देखा। घोष ने गंगा किनारे की संस्कृति और प्राचीन धरोहर को इस किताब में कई तस्वीरों के माध्यम से दिखाने की बेहतरीन कोशिश की है।