
ये कहानी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की उस लड़की की है जिसके साथ 19 साल की उम्र में तात्कालीन बसपा विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी ने दुष्कर्म किया था। आज उस लड़की की कहानी बिल्कुल जुदा है। 7 एस्कॉर्ट जवानों से घिरी दुष्कर्म पीड़िता ने अपने हक की लड़ाई 4 साल से ज्यादा लड़ी। आज उसका बदला हुआ रूप देख कर सभी हैरान हैं।
कमर में लटकती लाइसेंसी रिवॉल्वर और उसे बेइज्जत करने वालों के लिए जुबां पर गालियां उसकी पहचान बन चुकी है। अपने इस रूप पर उसका कहना है कि ‘अगर हम ऐसे नहीं बनते तो काट मार दिए जाते।’ ये लड़की जब शाहबाजपुर गांव के रास्तों से गुजरती है तो कुछ लोग इसे ‘दबंग’ कह कर बुलाते हैं तो कुछ लोग ‘दीदी’ दोनों जोड़ दें तो आज ये लड़की अपने गांव की दबंग दीदी हो चुकी है।
1 जनवरी 2011 को बसपा ने विधायक को पार्टी से निलंबित कर दिया और उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश दे दिया। जनवरी 13 को पुलिस ने विधायक को गिरफ्तार कर लिया।
फिर 15 जनवरी को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीड़िता को रिहा करने का आदेश दिया और फिर इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिया।
बीते माह 5 जून को तात्कालीन विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी को सीबीआई की अदालत ने उन्हें सजा सुनाई।