
आज विजय एकादशी (Vijaya Ekadashi) है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को ‘विजय एकादशी’ के नाम से जाना जाता है। इस दिन लोग ‘भगवान विष्णु’ (Lord Vishnu) की पूजा करते हैं तथा व्रत रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि ‘भगवान श्री राम’ (Lord Rama) ने भी इसी दिन लंका विजय के लिए समुद्र किनारे पूजा करके व्रत रखा था। हिन्दू पुराणों में विजय एकादशी का व्रत सर्वोत्तम माना जाता है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से सभी पापों का नाश होता है और सच्चे मन से विधिपूर्वक व्रत करने वाले व्यक्ति को हर हाल में विजय प्राप्त होती है। आज के दिन सुबह जल्दी स्नान करके भगवान विष्णु की पीले फूलों से पूजा करनी चाहिए और उन्हें पीले फल तथा वस्त्र अर्पण करने चाहिए। इस दिन भगवान विष्णु को केसर का तिलक लगाएँ। ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है कि एकादशी के दिन चावल खाने से मनुष्य अगली बार रेंगने वाले जीव की योनि में जन्म लेता है, इसलिए इस दिन भूल कर भी चावल न खाएँ।